श्री तत्त्वार्थ सूत्र अध्याय-2
कक्षा/Class - 06
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01. उपशम श्रेणी में चढ़ने वाला जीव कौन होता है ?
2 points
Q2. प्रथमोपशम सम्यग्दर्शन की शुरुआत कहाँ से होती है ?
1 point
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Q3. द्वितीयोपशम सम्यग्दर्शन की शुरुआत कहाँ से होती है ?
1 point
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Q4. श्रेणी चढ़ने की शुरुआत कहाँ से होती है ?
2 points
Q5. अध: करण, अपूर्वकरण और अनिवृत्तिकरण  की आवश्यकता कब होती है ?
1 point
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Q6 उपशम सम्यक्त्व होने पर आत्मा का गुणस्थान कौन सा हो सकता है ?
2 points
Q7. सूत्र के 'च' शब्द में कौन से भाव गर्भित हैं?
2 points
Q8. औपशमिक चारित्र कौन से गुणस्थान में होगा ?
1 point
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Q9. द्वित्तीय उपशम सम्यग्दर्शन कब होगा?
1 point
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Q10. उपशम श्रेणी पर चढ़ने वाला जीव?
2 points
Q11. क्या तीनों विशिष्ट करण परिणाम केवल प्रथमोपशम  सम्यग्दर्शन के पहले होंगे?
1 point
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Q12 क्षयोपशम सम्यग्दृष्टि उपशम श्रेणी?
1 point
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Q13. तीन विशिष्ट करण परिणाम?
1 point
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Q14. क्या तीन विशिष्ट परिणाम केवल एक बार ही होते हैं?
1 point
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Q15. जो जीव सीधे महा व्रतों को धारण करता है उसका गुणस्थान?
1 point
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Q16 उपशम चारित्र कौन से गुण स्थान से शुरू होगा?
1 point
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Q17. द्वितीय उपशम सम्यक दर्शन केवल उपशम श्रेणी वाले जीव को नहीं होगा?
1 point
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Q18. प्रथमोपशम सम्यक दर्शन कितनी बार हो सकता है?
1 point
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Q19. औपशमिक चारित्र के गुण स्थान?
1 point
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Q20. गृहस्थ श्रावक का उत्कृष्ट गुणस्थान?
1 point
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Q21 दीक्षा लेते ही मुनिराज का गुणस्थान?
1 point
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Q22 महाराज श्री ने प्रवचन में श्रद्धान के विषय में किसका उदाहरण दिया?
1 point
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Q23 .  मोहनीय कर्म के भेद?
2 points
Q24. क्षायिक भाव कितने प्रकार के होते हैं?
1 point
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Q25. कौन सा भाव क्षायिक नहीं है?
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Q26 .क्षायिक भाव का अर्थ?
1 point
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Q27. अंतराय कर्म के नाश से उत्पन्न क्षायिक भाव?
2 points
Q28. दर्शन मोहनीय कर्म के नाश से उत्पन्न भाव?
1 point
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