१८. गौण विषय ( शास्त्री कक्षा के छात्रों ने मुख्य विषय में वेद, साहित्य और दर्शन विषयोमें से कोई एक विषय पसन्द किया होगा उन छात्रों को गौण विषय के रूप में व्याकरण, पुराण और ज्योतिष में से कोई एक विषय पसन्द करना होगा । अथवा जिन छात्रोंने व्याकरण, पुराण और ज्योतिष में से कोई एक मुख्य विषय पसन्द किया होगा, उन छात्रों को गौण विषय के रूप में वेद, साहित्य और दर्शन में से कोई एक विषय पसन्द करना होगा । शास्त्री सेम. ३ और ५ के छात्र अपना गौण विषय चाहे तो बदल/परिवर्तन कर सकते है ।) *