श्री तत्त्वार्थ सूत्र अध्याय-3
class 1
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Q1. दूसरे अध्याय में हमने क्या जाना? 


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Q2. किस उद्देश्य से तृतीय और चतुर्थ अध्याय का विवरण किया गया है? 


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Q3. सुखी जीवों को, सबसे ज्यादा जो दुःखी जीव हैं, (नारकी जीव) उनका वर्णन क्यों  सुनना चाहिए? 


2 points

Q4. सबसे ऊपर कौन सा लोक होता है? 


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Q5. नरक के दुखों का वर्णन सुनकर सम्यग्दृष्टि जीव में किस भाव की वृद्धि होती है?


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Q6. अधोलोक के वर्णन में सर्वप्रथम किसका वर्णन है?


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Q7. नरक में कितनी पृथ्वियाँ हैं?


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Q8. नरक की अंतिम पृथ्वी का नाम क्या है ?


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Q9.  घनोदधि,  घन और  तनु किसके नाम हैं? 


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Q10. सातों पृथ्वियों के नीचे स्थित वातवलयों का क्रम बताइये ।


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Q11. “अधो-अधः”का अर्थ है 


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Q12. अंधकार की तरह कान्ति किस पृथ्वी में होती है?


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Q13. अधोलोक की सात पृथ्वियाँ कितने राजू क्षेत्र में हैं?


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Q14. लोक में सबसे नीचे एक राजू में क्या है?
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Q15. इनमें से कहाँ पर त्रस जीव नहीं हैं?

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Q16. रत्नप्रभा पृथ्वी के कितने भाग हैं?

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Q17. अब्बहुल भाग किस पृथ्वी का है?

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Q18. खर भाग किस पृथ्वी का है?

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Q19. पंक भाग किस पृथ्वी का है?

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Q20. खर भाग की मोटाई कितने योजन है?
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Q21. पंक भाग की मोटाई कितने योजन है?

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Q22. अब्बहुल भाग की मोटाई कितने योजन है?

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Q23. खर भाग की सबसे पहली भूमि कौनसी है?

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Q24. सम्यग्दृष्टि जीव में कौन कौन से भाव बताये गए हैं? 

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