श्री तत्त्वार्थ सूत्र अध्याय-2
कक्षा/Class - 15
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Q1 केवल कर्म के उदय की अपेक्षा सहित कौन से भाव हैं?
1 point
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Q2 देव पर्याय में देव होने की अनुभूति  होना कौन से भाव के कारण है? *
1 point
Q3 किस कर्म के उदय से दूसरी गति में गमन होता है? *
1 point
Q4 गति-कषाय——मिथ्यादर्शनाज्ञाना | रिक्त स्थान भरें | *
1 point
Q5 औदयिक भाव विपाकी की अपेक्षा कितने प्रकार के है? *
1 point
Q6 जीव विपाकी कर्म किस औदयिक भाव में अंतर्भूत होता है? *
1 point
Q7 किस जीव विपाकी भाव के कारण पर्यायजनित भाव होते हैं? *
1 point
Q8 —-बंधयरा | रिक्त स्थान भरें | *
1 point
Q9 कौनसे भाव मोक्खयरा हैं? *
2 points
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Q10 कौन सा भाव उभयकरणवज्जिओ है? *
1 point
Q11 किन औदयिक भावों के चार चार भेद हैं *
2 points
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Q12 नोकषाय अर्थात् *
2 points
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Q13 कषाय के मूल भेद कितने हैं? *
1 point
Q14 उपलक्षण से कषाय के कितने भेद हैं? *
1 point
Q15 कषाय एवं नोकषाय क्या हैं ? *
2 points
Required
Q16. औदयिक भाव के कितने भेद है? *
1 point
Q17. गति कितनी होती हैं? *
1 point
Q18. गति कौन कौन सी होती हैं? *
2 points
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Q19. विपाकी कर्म के भेद पहचानिए? *
2 points
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Q20. किस विपाकी कर्म के कारण से भाव जीव मे पैदा होंगे? *
1 point
  Q21. जो विपाकी कर्म पुद्गल् मे अपना फल देते है उन्हे क्या कहते हैं? *
1 point
Q22. चारित्र मोहनीय के कितने भेद है? *
1 point
Q23. कषाय का कार्य क्या है? *
2 points
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Q24. कषाय कहीं आत्मा में एक जगह नहीं होती, पूरी आत्मा में होती है यह कथन कैसा है? *
1 point
Q25. कषाय आत्मा का स्वभाव है यह कथन कैसा है? *
1 point
Q26. औदयिक भाव किस  का हेतु है? *
1 point
Q27.  पारिणामिक भाव है, वह न बन्ध का कारण है, न मोक्ष का कारण है यह कथन कैसा है? *
1 point
Q28. शरीर नाम कर्म के कारण से कौन सा लिंग होगा? *
1 point
Q29. नोकषाय में तीव्रता किस कारण से आयेगी ? *
2 points
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Q30. नोकषाय पहचानिए ? *
2 points
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Q31. नो कषाय किसमें गर्भित होती हैं? *
1 point
Q32. चारित्र मोहनीय कर्म मे क्या गर्भित है? *
2 points
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