श्री तत्त्वार्थ सूत्र अध्याय-2  
कक्षा/Class - 26
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Q1. समनस्का __स्का:। पूर्ण करो
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Q2 समनस्क जीव महान काम कर सकते हैं। यह कथन कैसा है?
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Q3. समनस्क जीव किस गति में पाये जाते हैं?
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Q4. अमनस्क जीव कौन होते हैं?
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Q5. किन जीवों की संख्या ज्यादा है?
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Q6. मन कितने प्रकार के होते है?
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Q7. द्रव्य मन क्या है?
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Q8. भाव मन क्या है?
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Q9. मन भी लब्धि है। यह कथन कैसा है?
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Q10. कौन से जीव दुर्लभ  हैं?
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Q11. त्रस जीव कौन से कर्म के उदय से बनते हैं?
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Q12. स्थावर जीव कौन से कर्म के उदय से बनते हैं?
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Q13. स्थावर जीव पहचानिए
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Q14. तत्त्वार्थ सूत्र के द्वितीय अध्याय पर कौन सी पुस्तक निकली है जिसमें महाराज जी के प्रवचन का संकलन है?
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Q15. समनस्क को पहले क्यो रखा?
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Q16. अमनस्क सिर्फ कर्म फल का अनुभव करते हैं
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Q17. अमनस्क जीव कितने इन्द्रिय  होते हैं?
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Q18. हमे मन की प्राप्ति कैसे होती है?
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Q19. क्षयोपशम से जनित मन कौन सा मन है?
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Q20. ह्रदय के अंदर आठ पंखुड़ी की आकृति की रचना जो पुद्गल  वर्गणाओं से होती है वह क्या है?
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Q21. कर्म के क्षयोपशम का नाम लब्धि है इसलिए मन भी एक लब्धि है
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Q22. मन वाले जीव दुर्लभ हैं औऱ दुर्लभ चीज कम मिला करती है
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Q23. दूसरी प्रकार से संसारी जीवो के भेद?
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Q24. स्थावर नाम कर्म के उदय के कारण कौन कौन सी पर्याय मिलती हैं?
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Q25. दूसरे अध्याय में जीव की विशेषताओ का वर्णन होने से  इसका नाम क्या सही है?
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