22. त्रिज्या R तथा चक्करों (पूर्णन) की संख्या N वाली एक वृत्ताकार कुंडली में अपरिवर्ति धारा I है। कुंडली के केन्द्र पर चुम्बकीय प्रेरण का मान 0.1 टेसला है। यदि चक्करों की संख्या दो गुनी कर दी जाए तथा त्रिज्या आधी कर दी जाए, तो कुंडली के केन्द्र पर चुम्बकीय प्रेरण का सही मान निम्नलिखित में से कौन-सा होगा?