प्रेम वाहिनी (पुनर्स्मरण) -प्रश्नावली- अध्याय-5

ॐ श्री साईं राम!
क्विज (प्रश्नोत्तरी)- प्रेम वाहिनी (पुनर्स्मरण) - प्रश्नावली
प्रिय साईं परिवार सदस्य, सप्रेम साईंराम! सारे भक्त/साधकों से , जो वाहिनी पारायण कर रहे हैं, अनुरोध है कि क्विज के द्वारा अपनी प्रज्ञा को पुनः तरोताजा कर लें।  -श्री सत्या साईं वाहिनी पारायण ‌टीम - हेल्पलाइन   -- 23nov1926@gmail.com 
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श्री सत्य साईं  सेवा समिति / श्री सत्य साईं भजन मंडली (नाम) *
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1. भक्ति और ज्ञान में अंतर है, कर्म, भक्ति और ज्ञान  अलग-अलग है। *
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2. कर्म, भक्ति और ज्ञान का वर्गीकरण करना स्वामी भगवान बाबा को पसंद है। *
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3. कर्म___है, भक्ति__है। मैसूर-पाक के हरेक टुकड़े में___होतीहै,__और___भी होते हैं। इन्हें एक दूसरे से ____नहीं किया जा सकता। *
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4. सभी क्रियाएं साथ-साथ कब और क्यों, कैसे चलती हैं? *
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५. सही जोड़ी का मिलान करें---- *
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6. जीव, आत्मा और परमात्मा सब पृथक-पृथक नहीं हैं, सब एक और एक ही हैं। *
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7.पुरुषोत्तम योग क्या है? *
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8. जब कोई भगवान के प्रति भेंट के रूप में अर्पित क्रिया करता है तो उसका अर्थ, परार्थ और परमार्थ सब एक ही में अलग हो जाते हैं। *
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9. वर्तमान,भूत और भविष्य चारों कालों में 'ॐ तत्सत्' है और था तथा रहेगा। *
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10. जिस प्रकार सूर्य अपनी किरणों से पृथक अचिन्तनीय है, इसी प्रकार कोई साधक भी अपनी साधना के बिना नहीं रह सकता है।
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11. जब कोई साधक अबाध गति से सतत् साधना में रत रहता है तभी उसे ॐ में संयुक्त माना जा सकता है।
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