प्रेम वाहिनी (पुनर्स्मरण) - अध्याय - 20  प्रश्नावली
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1. साधक साधना पथ पर कैसे तत्पर होकर अग्रसर हो सकता है? *
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2. मन__हृदय__देह___है,__द्वार‌ पर परम ज्योति के___संभव है, हृदय__नहीं,तो सारे प्रयत्न__है। *
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3. मानव कान दुःख का अनुभव कब, कैसे और क्यों करता है? *
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4. सही जोड़ी का मिलान करें ---
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5. सही जोड़ी का मिलान करें --- *
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6. अहंकारी विद्वानों को ज्ञात होगा कि इस तत्त्व ज्ञान की प्रकृति, आधार, भगवत् तत्त्व की पवित्रता,सब एक ही है, मौन को सम्मानपूर्ण स्थिति नहीं मानकर शास्त्रार्थ करेंगे। *
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7. सही जोड़ी मिलान करें -- *
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8. संसार__दिखता है, तेरा__है,सब __दिखता है, तो तेरा__दिखता है, दोनों में तुम्हारी___है। व्यक्ति अपने भीतर दोषों के कारण__को दोषी मानता है। *
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9. मोक्ष कैसे प्राप्त किया जा सकता है? *
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यदि कोई सुझाव हो तो,
10. भगवान सद्गुणों को ही ढूंढते हैं, पापों और दोषों को नहीं। वे तो केवल धार्मिकता,साधुता पर कृपा बरसाते हैं। *
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