श्री तत्त्वार्थ सूत्र जी अध्याय -8
Class 1
Sign in to Google to save your progress. Learn more
1.तत्त्वार्थ सूत्र जी ग्रंथ के अनुसार बंध के कितने कारण है?
1 point
Clear selection
2.आचार्य कुंदकुंद देव ने समयसारजी में बंध के  कितने हेतु बताये हैं?
1 point
Clear selection
3.हेतु अर्थात्
1 point
Clear selection
4.सूत्र पूरा कीजिये-“मिथ्यादर्शना…..प्रमादकषाययोगा बंधहेतवः॥”
1 point
Clear selection
5.अध्यात्म ग्रंथों के अनुसार बंध के हेतु कौनसे हैं?
1 point
Clear selection
6.संसारी जीवों में सबसे पहले बंध के किस कारण का अभाव होता है?
1 point
Clear selection
7.बंध होने में मुख्य कारण कौनसा है?
1 point
Clear selection
8.किन जीवों में कभी भी बंध के हेतु नहीं टूटते?
1 point
Clear selection
9.मिथ्यादर्शन क्या है?
1 point
Clear selection
10. मिथ्यादर्शन कैसा होता ?
1 point
Clear selection
11.नैसर्गिक मिथ्यात्व क्या है?
2 points
12.एकेन्द्रिय,द्विइंद्रिय आदि सभी जीवों में नियम से पाया जाने वाला मिथ्यात्व कौनसा है?
1 point
Clear selection

13.कौनसा मिथ्यात्व केवल संज्ञी पंचेन्द्रिय पर्याय में ही प्रगट होता है?

2 points
14.”संशय अज्ञान कुनय के,विपरीत एकांत विनय के।”यह पंक्ति किस मिथ्यात्व की ओर इंगित करती है?
1 point
Clear selection
15.एकांत मिथ्यात्व कौनसा है?
2 points
Submit
Clear form
This form was created inside of Arham Dhyan Yog. Report Abuse