प्रेम वाहिनी (पुनर्स्मरण) -प्रश्नावली- अध्याय-2

ॐ श्री साईं राम!
क्विज (प्रश्नोत्तरी)- प्रेम वाहिनी (पुनर्स्मरण) - प्रश्नावली
प्रिय साईं परिवार सदस्य, सप्रेम साईंराम! सारे भक्त/साधकों से , जो वाहिनी पारायण कर रहे हैं, अनुरोध है कि क्विज के द्वारा अपनी प्रज्ञा को पुनः तरोताजा कर लें।  -श्री सत्या साईं वाहिनी पारायण ‌टीम - हेल्पलाइन   -- 23nov1926@gmail.com / WhatsApp 9440896720
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श्री सत्य साईं सेवा समिति / श्री सत्य साईं भजन मंडली (नाम) *
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1. चारों ओर पुस्तकों के ढेरों से, संस्कृति और ज्ञान किसी भी क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ाया जा सका है, क्योंकि *
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2. अब भी मानव वनमानुष की स्थिति से ऊपर नहीं उठ सका है।आकर्षक जिल्द और शीर्षक एक सुंदर चित्र,यही तो पाठक खोजता है। *
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3. क्षणिक__और__ के लिए अध्ययन किया जाता है,___के द्वारा पुस्तकों का चयन,पठन, आचरण के द्वारा सत्य का___,_____ का लाभ करने में समर्थ होते हैं। *
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4.किनका जीवन सार्थक और सफल होता है? *
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५. सही जोड़ी का मिलान करें---- *
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6. मस्तिष्क में__रहने से ___स्थिर न रहकर__ रहती है। हृदय में___भाव से दृश्य__दिखाई देता है, और दृष्टि भी __ जाती है। *
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7. निरुद्देश्य होकर जो हाथ लगे वहीं पढ़ने से तो भ्रम और संदेहों की हानि होती है, इससे लाभ और शांति मिलती है। *
2 points
8. सही जोड़ी का मिलान करें----- *
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9. सिंह, यद्यपि वनराजा होकर भ्रमण करते हुए  देखता है कि सामने से कोई हमला तो नहीं कर रहा है। *
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